Monday, July 1, 2013

बुद्ध धम्म पर अल्बर्ट आइन्सटीन के विचार

अल्बर्ट आईनस्टीन के बुद्ध धम्म पर विचार
बुद्ध धम्म में वे लक्षण हैं जो भविष्य के सार्वभौमिक धर्म में अपेक्षित है : यह वैयक्तिक ईशवर से परे है , हठधर्मिता और ईशवरवादी धर्म धाराणाओं से मुक्त है ; यह प्राकृतिक और आध्यात्मिक दोनों तत्वों को समावेशित करता है , यह सभी चीजों के अनुभव की धार्मिक भावना की अभिलाषा पर आधारित है , प्राकृतिक और आधात्मिक दोनों , एक अर्थपूर्ण एकत्व । यदि ऐसा कोई धर्म है जो आधुनिक वैज्ञानिक आवशयकताओं के साथ सुसंगत हो सकता है , तो वह बुद्ध धम्म ही होगा ।
~~ अल्बर्ट आईनस्टीन~~
Buddhism has the characteristics of what would be expected in a cosmic religion for the future: It transcends a personal God, avoids dogmas and theology; it covers both the natural and spritual; and it is based on a religious sense aspiring from the experience of all things, natural and spiritual, as a meaningful unity. If there is any religion that would cope with modern scientific needs it would be Buddhism. -Albert Einstein
स्त्रोत:
१. हिन्दी अनुवाद - स्वर्ग कोई भी जा सकता है , बस अच्छॆ बनो ! लेखक टी.वाई.ली,  अनुवाद : श्री राजेश चन्द्रा
२. Eienstein on Buddhism

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